पन्ना-212 की शल्य चिकित्सा सम्पन्न

दिनांक 15.3.2013 को पन्ना-212 के द्वारा बैल का किल करते समय उसके पेट एवं कंधे पर चोटे आ गई थी। दिनांक 22.3.2013 एवं 29.3.2013 को इस चोट को ठीक करने के लिए 02 बार इलाज किया गया। परन्तु किये गये इलाज के बावजूद इसकी चोट ठीक न होने के कारण जबलपुर पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं Centre for Wildlife Forensic and Health के डीन डा0 ए.बी.श्रीवास्तव, शल्य विशेषज्ञ डा0 चन्पुरिया, डा. ए.पी. सिंह एवं उनकी टीम के सदस्य व पन्ना टाईगर रिजर्व के वन्य प्राणी चिकित्सक डा0 संजीव गुप्ता आदि के तकनीकी परीक्षण में आज सुबह पन्ना-212 को बेहोश किया गया। लगभग ढ़ाई घंटे तक चले इस कार्यक्रम में एक घंटे से ज्यादा की अवधि में की गई शल्य चिकित्सा में इन घावों को साफ किया गया एवं टांके लगाये गये। तत्पश्चात उसे नजदीक से अनुश्रवण करने के हिसाब से बड़गड़ी के इन्क्लोजर में छोड़ा गया। लगातार अनुश्रवण के पश्चात घाव ठीक होने के उपरान्त उसे दोबारा स्वच्छंद विचरण करने हेतु मुक्त किया जावेगा। उपरोक्त कार्यवाही का मुख्यालय स्तर से डा. पी.के. शुक्ला, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), श्री सुहास कुमार अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), श्री धर्मेन्द्र शुक्ला, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) के मार्गदर्शन व नेतृत्व में कार्यवाही सम्पन्न हुई है। स्थानीय स्तर पर क्षेत्र संचालक, उप संचालक एवं सहायक संचालक के निर्देशन में समस्त आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई। सम्पूर्ण कार्यवाही का तकनीकी नेतृत्व शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ डा0 चन्पुरिया डा. के.पी. सिंह व उनकी टीम एवं पन्ना टाईगर रिजर्व के वन्य प्राणी चिकित्सक डा. संजीव गुप्ता, के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देने में पूरी पन्ना टीम की लगान एवं कर्मठता इस बात से पहचानी जा सकती है कि यह सम्पूर्ण कार्यवाही चन्दघंटों में पूर्ण की जा कर बड़गड़ी के इन्क्लोजर में पन्ना-212 को मुक्त किया गया।

जय हिन्द, जय भारत,

दिनांक 30.03.2013


 

Field Director
Panna Tiger Reserve
Panna - 488001
Madhya Pradesh
Ph - 07732-252135 (off), 252120 (Fax)
               
email:  fdptr82@gmail.com

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