पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघ शावकों की किलकारियां गूंजी

 

                 पन्ना टाइगर रिजर्व में अर्धजंगली बाघिन टी-4, जो अब पूर्णरूपेण जंगली हो चुकी है, ने 03 शावकों को जन्म दिया है। आज दिनांक 24.08.2013 को श्री विक्रम सिंह परिहार, उप संचालक, पन्ना टाइगर रिजर्व के द्वारा टी-4 के तीनों शावकों को प्रत्यक्ष देखा गया। इन तीनों शावकों को आज प्रथम बार देखा गया एवं इनका फोटोग्राफिक प्रमाण लिया गया। टी-4 के द्वारा पूर्व में नवम्बर 2011 में दो शावकों को जन्म दिया था जिनका लगभग एक वर्ष तक सफलतापूर्वक पालन पोषण करने के बाद स्वतंत्र विचरण हेतु अपने से अलग कर दिया था। इन 03 नन्हें शावकों का जन्म न केवल पन्ना टाइगर रिजर्व अपितु पन्ना तथा सम्पूर्ण मध्य प्रदेष के लिए गौरव की बात है।

                 इसके अतिरिक्त कान्हा से मार्च 2009 में आई एक अन्य बाघिन टी-2 के द्वारा अपने तीसरे लिटर में 03 शावकों को जन्म दिया है, जिन्हें हाल ही में देखा गया है। किन्तु इनका अभी फोटोग्राफिक प्रमाण नहीं लिया जा सका है। इसके पूर्व टी-2 के द्वारा प्रथम लिटर में 04 शावकों एवं द्वितीय लिटर में 03 शावकों को जन्म दिया गया था। गत 04 वर्ष 5 माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में आने के बाद टी-2 के द्वारा 03 बार बाघ शावकों को जन्म दिया जाना अविस्मरणीय घटनायें हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व में श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति क्षेत्र संचालक के प्रेरणादायी नेतृत्व में पन्ना की पूरी टीम एकजुटता के साथ बाघों के संरक्षण में लगातार लगे हुए हैं एवं टीम के कठोर मेहनत के कारण नये-नये आयाम स्थापित हो रहे हैं। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में 05 पुर्नस्थापित बाघों के अतिरिक्त 11 बाघ (वयस्क एवं अर्धवयस्क) विचरण कर रहे हैं। इन 06 नन्हें बाघ शावकों को देखे जाने से पन्ना टाइगर रिजर्व में एक खुशी का महौल बना है। मध्य प्रदेष में बाघों के संरक्षण को एक नई दिशा  देने में पन्ना टाइगर रिजर्व अपना अभूतपूर्व योगदान दे रहा है।

जय हिन्द, जय भारत,

दिनांक 24.08.2013


 

Field Director
Panna Tiger Reserve
Panna - 488001
Madhya Pradesh
Ph - 07732-252135 (off), 252120 (Fax)
               
email:  fdptr82@gmail.com

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